Header Ads

हिंदी दिवस

हिंदी दिवस के अवसर पर आज सुबह से ही ट्विटर पे #HindiDiwas और #हिंदीदिवस का ट्रेंड चल रहा है, उसी ट्रेंड में से कुछ वाक्य मै आप के सामने रख रहा हु, अगर अच्छा लगे तो आपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे.

मेरे एक खास दोस्त ने लिखा है “जिस देश की 10% जनता अंग्रेजी मे हस्ताक्षर करती हो, उस देश की जनता को हिन्दी दिवस की बधाई हो !”.

किसी ने बहुत सही लिखा है “हिंदी दिवस की सभी "हिन्द" के वासियों को ढेरों शुभकामनायें जो व्यक्ति "माँ, मातृभाषा, मातृभूमि" को त्याग देता है उसका नैतिक पतन निश्चित है”. और मै कहना चाहूँगा “हिन्दी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्तां हमारा। सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा". जन-जन की भाषा है हिंदी, भारत की आशा है हिंदी.. जिसने पूरे देश को जोड़े रखा है वो मजबूत धागा है हिंदी.
हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने कहा है – “राष्ट्रीय व्यावहार में हिंदी को कम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है”. हिंदी के लिए आज खास दिन हैं। १४ सितबंर १९४९ को संविधान सभा ने हिंदी को अधिकारिक भाषा का दर्जा दिया था। हिंदीदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारे हिंदी को सही रखने में गूगल हिंदी इनपुट का योगदान भी सराहनीय है.

कुछ कटाक्ष भी कुछ लोगों के द्वारा लिखा गया, आइयेअ उसे भी देखते है- यह कैसा हिंदी दिवस है? रोमन में लिखा #HindiDiwas प्रथम स्थान पर ट्रेंड कर रहा है, देवनागरी में लिखे #हिंदीदिवस का कहीं अता पता तक नहीं है!

कुछ लोगों ने कुछ हसगुल्ले भी पोस्ट किया है, आप ये भी देखे “हिंदी की असली ताक़त तो तब दिखायी देती है, जब ठेके पर अंग्रेजी दारू खरीदने वाले भी हिंदी में रेट पूछते नज़र आते हैं..!”,
हमारे कृषि प्रधान देश में, जहां हिंदी सब से जायदा बोलचाल की भाषा है, कुछ लोग आपने आप को अच्छा दिखने के लिए इंग्लिश का प्रयोग करते है. अशल में वो इंग्लिश का प्रोयोग नहीं दिखावा करते है. इसी बात पे एक और पंक्ति “हिंदी केवल हमारी राजभाषा ही नही, हिंदी हमारी अस्‍मिता की पहचान है, हमारी मातृ भाषा है, जिसके उपयोग पर शर्म नही गर्व होना चाहिए।“.

हिंदी दिवस के मौके पर मै तुलसीदास व अन्य महाकवियों को प्रणाम करना चाहूंगा जिन्होंने गुलामी में रहते हुए भी हिंदी के अस्तित्व को बनाए रखा.
आज भी लोग हिंदी भाषा को सिर्फ "मात्र भाषा" मानते हैं "मातृ भाषा नहीं". उन लोगों को अनुरोध है की हिंदी को मातृ भाषा बनाने में आपना पूरा सहयोग दे. आखिर में एक बात कहना चाहूँगा “हिंदी मेरा इमान है, हिंदी मेरी पहचान है, हिंदी हूँ मैं, वतन भी मेरा प्यारा हिंदुस्तान है।“
जय हिन्द .... जय भारत.

No comments

Powered by Blogger.