जाने नितीश कुमार ने क्यू दिया इस्तीफा
नीतीश कुमार जी के सात निश्चय
ये है नीतीश कुमार जी के सात निश्चय जिन्हें पूरा
करने में कठनाई आ रही थी, इस लिए इन्होने इस्तीफा दिया,
आर्थिक हल, युवाओं को बल
बिहार के करोड़ों युवाओं को सशक्त बनाने और
उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए, पांच महत्वाकांक्षी योजनाओं
का शुभारंभ किया जाएगा| 20 और 25 वर्ष के बीच की उम्र के सभी युवाओं के लिए प्रति माह 1000
रुपये स्वयं सहायता भत्ता, जो वे 9 महीने की अवधि के लिए दो बार लाभ ले सकते हैं ।
सभी 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण
छात्रों को 4 लाख रुपये तक के छात्र ऋण जो क्रेडिट कार्ड के
माध्यम से दिया जायेगा, के लिए राज्य गारंटर बनेगा
एवं उन्हें 3% की ब्याज सहायता उपलब्ध
कराई जाएगी। स्व-रोजगार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए रु 500 करोड़ का उद्यम पूंजी निधि स्थापित किया जाएगा। सभी कॉलेजों
और विश्वविद्यालयों को वाई-फाई और इंटरनेट सेवा दी जाएगी। प्रत्येक जिले के एक
उच्च तकनीक रोजगार कार्यालय के द्वारा 1.5 करोड़ युवाओं को
भाषा, संचार कौशल और कंप्यूटर साक्षरता में प्रशिक्षित
किया जाएगा |
आरक्षित रोजगार, महिलाओं का अधिकार
महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को और अधिक
आत्मनिर्भर बनाये जाने के उद्देश्य से सभी राज्य सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत
महिलाओं के लिए सीट आरक्षित करेगा |
हर घर बिजली, लगातार
बिहार में बिजली की स्थिति में जबरदस्त सुधार
देखा गया है। इसे सुधर को लगातार बनाये रखते हुए शेष गांवों और बस्तियों का
विद्युतीकरण आने वाले दो सालों में कर दिया जाएगा। अगले चरण में, अपने
स्वयं के संसाधनों के साथ राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि बिजली कनेक्शन
प्रत्येक घर के लिए सुरक्षित रहे। प्रचुर मात्रा में बिजली की उपलब्धता के साथ,
सरकार
की महत्वाकांक्षी योजना हर घर को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की है।
हर घर नल का जल
बिहार के हर नागरिक के लिए स्वच्छ पेयजल
सुनिश्चित करने के लिए नल-जल सभी घरों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। यह योजना अगले
पांच साल में पूरी तरह से हैंडपंप और अन्य स्रोतों पर लोगों की निर्भरता को दूर
करने का प्रयास है| इस निश्चयता के साथ अगले पाँच साल में कुल 1.95
लाख
परिवारों तक लाभ पहुँचाने की योजना है |
घर तक पक्की गली – नालियाँ
गाँवों के सड़कों के काम को आगे बढाते हुए राज्य
सरकार ने गांवों में पक्की सड़कों के नेटवर्क का विस्तार करने और प्रत्येक दरवाजे
तक सालों भर सड़क द्वारा पहुंचना संभव हो सके, यह सुनिश्चित करना
है। प्रत्येक बस्ती में पक्का जल निकासी नेटवर्क का निर्माण किया जाएगा।
शौचालय निर्माण, घर का सम्मान
बिहार को स्वस्थ, स्वच्छ और खुले में
शौच से मुक्त बनाने के लिए, प्रत्येक घर में एक शौचालय बनाया जाएगा। लगभग 1.72
लाख
करोड़ शौचालयों इस योजना के तहत निर्माण किया जाएगा।
अवसर बढ़े, आगे पढ़ें
युवाओं के लिए राज्य में ही में तकनीकी और उच्च
शिक्षा के लिए अवसरों का विस्तार करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न नए संस्थानों
की स्थापना की जाएगा। पांच नए मेडिकल कॉलेजों और सभी चिकित्सा विश्वविद्यालयों में
नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना की जायेगी। प्रत्येक उप-प्रमंडलों में एएनएम स्कूल और
सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मिलेगा। प्रत्येक जिले में कम से कम एक जीएनएम
स्कूल, पैरा-मेडिकल इंस्टीट्यूट, पॉलिटेक्निक, 'महिला औद्योगिक
प्रशिक्षण संस्थान और इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों मिल जाएगा। यह अनुमान है कि इन
उपायों से हर साल, कई हजार अतिरिक्त युवाओं को राज्य के भीतर ही
अवसर मिल मिलेगा|
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